नई दिल्ली। एक अच्छी नींद के बाद अगले दिन कितनी ताकत और एनर्जी के साथ काम करते हैं हम। लेकिन वहीं अगर रात में नींद ना पूरी हो तो पूरा दिन बर्बाद हो जाता है। इस मामले में कई रिसर्च हुए हैं जिसमें भारत में तेजी से लोग नींद से जुड़ी कई समस्याओं से जूझ रहे हैं।
भारत में काम का कम दबाव उड़ाती है नींद
भारत में नींद ना पूरी होने की वजह कुछ भी हो सकती है लेकिन रात की अच्छी नींद के क्या फायदे हैं इससे वंचित रह जाते हैं। ये एक गंभीर स्थिति है जिससे एक बड़ा वर्ग जूझ रहा है। आज से 10 साल पहले काम का इतना बोझ नहीं होता था जितना आज के युवा बोझ उठा रहे हैं। काम का कम दबाव होने से अच्छी नींद आती थी। लेकिन अब समय बदल गया है, काम का तनाव इतना है कि उसके ऊपर से रहन-सहन में भी बदलाव आया है जिसका सीधा असर है खराब नींद यानि इंसोमनिया। आइए जानते हैं कि कौन से कारण और आदतें है जो आपकी नींद खराब कर रही हैं।
देर से सोना
देर रात सोना इनमें से एक कारण है कि खराब नींद का। देर रात सोना और सुबह जल्दी उठने की वजह से नींद खराब होना लाजिमी है। रात में देर से सोने और सुबह जल्दी उठने की वजह से 7 से 8 घंटे की नींद पूरी नहीं होती जिससे सुबह सुस्ती सी हो जाती है और थकान महसूस होती है। इस वजह से पूरे हफ्ते काम प्रभावित होता है। देर रात जागने और खाने की वजह से नींद तो खराब हो ही रही है साथ में मोटापा और दिल की बीमारियां भी घेर लेती हैं।
देर से भोजन करना
देर रात खाना खाना भी नींद को खराब करता है। साथ ही ढ़ेर सारा खाना खाने से भी बचने चाहिए। इसके अलावा कारण ये भी है कि रात को भारी और तेल-मसाले से बना खाना खाते हैं। भारत में ज्यादातर लोग तेल-मसाले से बाना भारी भोजन पचने में समय लेता है साथ ही लेट जाने से पाचन में ज्यादा समय लगता है जिससे एसिडीटी और जलन होती है पेट में। इससे बचने का तरीका है कि रात को डिनर सही समय पर किया जाए। खाने और सोने के बीच कम से कम एक से 2 घंटे का गेप रखा जाए।
कई लोग सोने से पहले शराब पीते हैं। खासतौर से खाना खाने से पहले। खाली पेट शराब पीना वैसे ही नुकसान करता है साथ ही शराब पीने के बाद भूख बढ़ जाती है जिससे खूब सारा खा लेते है जोकि नुकसान करता है और रात की नींद खराब करता है।
रिसर्च में पता चला है कि जितना ज्यादा आप गैजेट के आसपास रहेंगे उतना ज्यादा ही नींद खराब होगी। शोध में साबित हुआ है कि बड़े शहरों में 90 प्रतिशत लोगों के कमरे में फोन रहता है। इन गैजेट की वजह से मेलेटोनिन को अवरुध्य करता है जो नींद में सहायक होती है।
Puridunia06 May. 10:59
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