बेहतर सेक्स लाइफ के लिए इन फंडो को जरूर अपनाएं


आप जीवन को बेहतर बनाने के लिए क्या कर सकते हैं? सारा ध्यान सेक्स की अवधि और ओर्गास्म पर ही केंद्रित न करें। यह साधारण सा मंत्र असल में काफी बदलाव लाने में सक्षम है, शोधकर्ता डॉ एमी मुईज़ का कहना है।
अच्छा सेक्स जीवन और संतुष्ट सम्बन्ध का चोली दामन का साथ है। लेकिन असल में सेक्स जीवन बेहतर कैसे बन सकता है? मीडिया ने हमेशा से ओर्गास्म को ही सबसे महत्वपूर्ण बताया है। और सेक्स की लम्बी अवधि को भी।

क्या है जो सेक्स को शानदार बनाता है?
सेक्स का मज़ा सिर्फ संसर्ग तक सीमित नहीं। शायद अच्छा फोरप्ले है जो बढ़िया सेक्स को शानदार बनाता है। या फिर शायद सेक्स के बाद वो प्यार भरा स्पर्श और चुम्बन?

कैनेडियन मनोवैज्ञानिक डॉ एमी मुइज़ और उनकी टीम ने इस बारे में रिसर्च की।

इस टीम ने 400 युगलों पर दो अलग अध्यन किये। इन् युगलों से पूछा गया कि वो सेक्स के पहले, सेक्स के दौरान और सेक्स के बाद कितना कितना समय अपने साथी के साथ बिताते हैं। और शोधकर्ता ये भी जानना चाहते थे कि ये जोड़े अपने सेक्स जीवन से कितने खुश और संतुष्ट हैं।

और स्वाभाविक रूप से इस प्रकार कि रिसर्च में ढेरों सवालों के जवाब पूछे गए। युगलों ने प्रश्नावली का उत्तर देकर बताया कि वो अपने पार्टनर के साथ सेक्स से पहले, दौरान और बाद में कितना समय गुज़ारते हैं। (यदि आप तुलना करना चाहते हैं तो हम बतादें कि औसत समय 15 मिनट था लेकिन इसमें काफी विविधता देखी गयी) और उन्होंने अपने सेक्स जीवन को घटते मापदंड पर 'शानदार' से 'नीरस' के बीच मूल्यांकित किया।

तो आखिर सेक्स के मूल्यांकन को 'शानदार' बनाने में असली प्रभाव किस पड़ाव का था? जी हाँ, शोधकर्ताओं ने पाया कि सबसे अधिक महत्व था सेक्स के बाद के उस स्पर्श, आलिंगन और साथ बिताये समय का। संतुष्ट भावना के लिहाज से ये ज़्यादा सेक्स। ज़्यादा देर तक सेक्स या फोरप्ले से भी ज़्यादा महत्वपूर्ण पाया गया।

इस तरह का प्रेम प्रदर्शन सबके लिए असरदार था, चाहे तरीका जो भी हो। डॉ मुइज़ ने लव मैटर्स को बताया,"कुछ लोगों को आलिंगन या स्पर्श पसंद हो सकता है, जबकि कुछ लोग प्यार से सिर्फ एक दुसरे को निहारना पसंद करते हों। महत्त्व प्यार के इस भाव का है।"

ईमानदारी से बात की जाये...तो ये मीठी प्यार भरी बातें सिर्फ लड़कियों को प्रभावित करती हैं, है न? लड़के तो सेक्स के तुरंत बाद बिस्तर छोड़ टीवी की तरफ भागने को उतारू होते हैं, या करवट बदल का सोना पसंद करते हैं, है ना? शायद नहीं! अध्यन से पता चला की लड़के भी सेक्स के बाद अपने पार्टनर के साथ बिताये इन प्यार के पलों को पसंद करते हैं, डॉ मुइज़ का कहना है।

तो यदि आप अपने सेक्स जीवन में सुनहरे रंग भरना चाहते हैं, तो इसमें प्यार के रंग भरना ज़रूरी है। अच्छा फोरप्ले और टूट कर सेक्स करना तो काम आएगा ही, लेकिन ज़्यादा काम आएगा अपने साथी के साथ वो प्यार भरा आलिंगन, जिसका महत्त्व शायद अब तक आप काम आंक रहे थे।

"सेक्स को लेकर ज़्यादा महत्वांकाशी बनना ठीक नहीं," डॉ मुइज़ का सुझाव है।
  

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